वाशिंगटन। कॉलेज और स्कूल के छात्र अपना प्रोजेक्ट कृत्रिम बुद्धिमता (एआई) की मदद से कर रहे । हैरानी की बात ये है कि शिक्षक और प्रोफेसर इसे पकड़ तक नहीं पा रहे। ब्रिटेन के यूनिवर्सिटी ऑफ रीडिंग के वैज्ञानिकों ने ये दावा किया है।
शोध के प्रमुख लेखक प्रोफेसर पीटर स्कार्फ का कहना है कि इसका पता एआई से तैयार प्रोजेक्ट को शिक्षकों को जमा किया गया। खास बात ये रही कि इन बच्चों को शिक्षक जानते नहीं थे। इसके बावजूद 94 फीसदी शिक्षक प्रोजेक्ट की जांच करते वक्त शिक्षक पता नहीं लगा पाए कि इस प्रोजेक्ट को एआई ने पूरा किया है। वैज्ञानिकों का दावा है कि एआई हर तरह के प्रोजेक्ट को इंसान जिस भाषा में लिखता है उस भाषा में लिख रहा, इसी वजह से उसे पकड़ना मुश्किल हो रहा। अनुमान है कि प्रोजेक्ट की भाष में सटीकता इतनी है कि इस तरह के 97 फीसदी प्रोजेक्ट को पकड़ना बहुत मुश्किल होगा। वैज्ञानिकों का कहना है कि एआई की मदद से प्रोजेक्ट पूरा कर बच्चे अच्छा नंबर भी पा रहे हैं।