इस्लामाबाद।
अमेरिका के कैलिफोर्निया में कहर बरपाने वाले सार्स-कोव-2 वायरस के ‘एप्सिलन’ ने पाकिस्तान में दस्तक दे दी है। लाहौर में इस स्वरूप से संक्रमित पांच मरीज सामने आए हैं। पाक पंजाब के स्वास्थ्य विभाग ने इसके मद्देनजर अलर्ट भी जारी कर दिया है।
वाशिंगटन यूनिवर्सिटी के एक शोध के मुताबिक ‘एप्सिलन’ वेरिएंट तीन जेनेटिक उत्परिवर्तन (म्यूटेशन) से गुजर चुका है। इस कारण यह मौजूदा वैक्सीन से विकसित सुरक्षा कवच को भेदने में सक्षम बन गया है। यही नहीं, इससे संक्रमित मरीज के ठीक होने में ज्यादा समय भी लगता है। बताया जा रहा है कि ‘एप्सिलन’ सार्स-कोव-2 वायरस का नया वेरिएंट नहीं है। दुनिया के लगभग 34 देशों में इसकी मौजूदगी दर्ज की जा चुकी है। न्यूयॉर्क में तो यह दूसरा सबसे आम वेरिएंट बताया जाता है। हालांकि, दक्षिण एशिया में इससे संबंधित मामले पहली बार पाकिस्तान में ही मिले हैं। पाक पंजाब के प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल विभाग की सचिव सारा असलम की मानें तो ‘एप्सिलन’ वेरिएंट सार्स-कोव-2 वायरस के डेल्टा स्वरूप जितना ही घातक और संक्रामक है। यही नहीं, मौजूदा कोविड वैक्सीन के इससे बचाव में कुछ खास असरदार न होने का अंदेशा भी जताया जा रहा है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने लाहौर में 23 संदिग्धों के नमूने जुटाए थे। इनमें से पांच के ‘एप्सिलन’ वेरिएंट से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।