नई दिल्ली।
लोकसभा चुनाव बड़बोले नेताओं पर चुनाव आयोग लगातार सख्ती करता जा रहा है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर मायावती और आजम खान तक पर चुनाव आयोग ने सख्ती की है। अब इसमें एक नया नाम जुड़ गया है नवजोत सिंह सिद्धू का। आयोग ने सिद्धू पर 72 घंटे तक चुनाव प्रचार नहीं करने का निर्देश दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार चुनाव आयोग ने पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू पर 72 घंटे तक चुनाव प्रचार पर रोक लगा दी है। इस दौरान 23 अप्रैल 2019 को सुबह 10 बजे से 72 घंटे तक चलने वाले चुनावों के संबंध में किसी भी सार्वजनिक बैठक, रोड शो, सार्वजनिक रैली और मीडिया में साक्षात्कार एवं प्रेस वार्ता नहीं कर पाएंगे। गौरतलब है कि बिहार के कटिहार में एक रैली में नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा था कि यहां जातपांत में बांटने की राजनीति हो रही है। मैं अपने मुस्लिम भाइयों को अपनी बात कहने आया हूं। ये एक ऐसी सीट है जहां आप अल्पसंख्यक नहीं बहुसंख्यक हो। भाजपा के षडयंत्रकारी लोग आपको रोकने का प्रयास करेंगे। आपके वोट को बांटने का प्रयास करेंगे। आप इकठ्ठे रहे तो कांग्रेस को दुनिया की कोई ताकत हरा नहीं सकेगी। मैं आपको चेतावनी देने आया हूं मुस्लिम भाइयों। ये आपको बांट रहे हैं। ये यहां ओवैसी जैसे लोगों को लाकर, एक नई पार्टी साथ में खड़ी कर आप लोगों का वोट बांट के जीतना चाहते हैं। अगर तुम लोग इकट्ठे हुए, एकजुट होके वोट डाला तो मोदी हार जाएगा। आयोग ने इस बयान को गंभीरता से लेते हुए इसे आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर नोटिस जारी किया है। इसके बाद चुनाव आयोग ने पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू पर 72 घंटे तक चुनाव प्रचार पर रोक लगा दी है।