लखनऊ। प्रिया सिंह
हमीरपुर में जिलाधिकारी के तौर पर तैनाती के दौरान अवैध खनन पट्टों के मामले में फंसी आईएएस अधिकारी बी. चंद्रकला से प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने पूछताछ की है। बताया जा रहा है कि लखनऊ स्थित ईडी के दफ्तर में उनसे खनन टेंडर जारी करने संबंधित सवाल जवाब किए गए हैं। इससे पहले बी चंद्रकला ईडी के सामने पेश नहीं हुई थीं। उन्होंने अपने वकील को दस्तावेजों के साथ ईडी दफ्तर भेजा था। हालांकि, इनसे ईडी संतुष्ट नहीं था। हमीरपुर जिले से जुड़े इस अवैध खनन केस में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने 11 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी, जिसमें आईएएस चंद्रकला का नाम भी था। उन पर हमीरपुर डीएम रहते हुए खनन टेंडर जारी करने के आरोप हैं। सीबीआई की छापेमारी और एफआईआर के बाद प्रवर्तन निदेशालय इस पूरे केस में पैसों के लेन-देन का पता लगा रही है।साथ ही अन्य मसलों पर भी पड़ताल की जा रही है।
इस संबंध में ईडी ने बी. चंद्रकला को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए 24 जनवरी को लखनऊ दफ्तर में पेश होने का आदेश दिया था, लेकिन वह पूछताछ में शामिल नहीं हुई थीं और उन्होंने अपने वकील को संबंधित दस्तावेजों के साथ भेजा था। ईडी इन दस्तावेजों से संतुष्ट नहीं था, जिसके बाद उन्हें आज फिर पूछताछ के लिए बुलाया गया। बी. चंद्रकला की संपत्ति पर भी ईडी की नजर है। दरअसल, बी. चंद्रकला की संपत्ति में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. 2011-12 के दौरान उन्होंने 10 लाख की संपत्ति घोषित की थी, जबकि साल 2013-14 में यह बढ़कर एक करोड़ हो गई। ऐसे में संपत्ति 10 गुना कैसे बढ़ी ये सवाल भी चंद्रकला के लिए मुसीबत बन सकते हैं।