कोलकाता। कोलकाता की सड़कों पर देर रात तक हाई वोल्टेज ड्रामा जारी रहा। कोलकाता पुलिस कमिश्नर को सीबीआई से बचाने के लिए जहां ममता बनर्जी धरने पर बैठ गई , वहीं दिल्ली समय दूसरे राज्यों से विपक्षी नेताओं ने उन्हें अपना समर्थन दिया। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, राजद नेता तेजस्वी यादव समेत कई नेताओं ने ममता बनर्जी से बात की और उनको समर्थन दिया। उधर सीबीआई ने इस मामले को लेकर राज्यपाल से मिलने का समय मांगा है। कयास लगाए जा रहे हैं कि सीबीआई सुप्रीम कोर्ट भी इस मामले में लेकर जा सकती है। इस हाई वोल्टेज ड्रामा की खासियत यह है ममता बनर्जी के साथ कोलकाता पुलिस कमिश्नर भी धरने पर बैठ गए। बताया जा रहा है कोलकाता पुलिस कमिश्नर पर शारदा चिटफंड घोटाले की जांच संबंधित कागजात सीबीआई को नहीं सौंपने का आरोप है। सबसे रोचक बात यह है अब तक इस घोटाले में कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं लेकिन ममता बनर्जी इस तरह कभी सड़कों पर नहीं उतरी। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर क्यों कोलकाता पुलिस कमिश्नर को बचाने के लिए ममता बनर्जी सड़कों पर उतरीं।
मीडिया रिपोर्टर से मिली जानकारी के अनुसार पश्चिम बंगाल के चर्चित चिटफंड घोटाला मामले में रविवार को कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के घर सीबीआई की टीम के पहुंचने के बाद हंगामा शुरू हो गया । बताया जा रहा है कि कोलकाता पुलिस कमिश्नर के घर पहुंची सीबीआई टीम द्वारा वारंट या कोई अन्य आदेश नहीं दिखा पाने के कारण यह हंगामा हुआ। वहीं सीबीआई का कहना है कि उसके पास सारे दस्तावेज मौजूद थे लेकिन पुलिस ने उसे पुलिस कमिश्नर से पूछताछ करने से रोक दिया। आरोप ये भी है कि स्थानीय पुलिस ने सीबीआई के साथ हाथापाई भी की। यही नहीं आनन-फानन में स्थानीय पुलिस ने सीबीआई के अधिकारियों को गिरफ्तार भी कर लिया। हालांकि देर रात उन्हें छोड़ दिया गया। उधर कोलकाता पुलिस कमिश्नर के घर सीबीआई के पहुंचने की सूचना मिलते हैं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री सीएम ममता बनर्जी, डीजीपी व अन्य आलाधिकारियों संग कमिश्नर के घर पहुंची। सूत्रों का दावा है कि पहले मामला कोलकाता पुलिस और सीबीआई के बीच शुरू हुआ और फिर केंद्र सरकार बनाम विपक्ष में डायवर्ट हो गया। सीएम ममता बनर्जी धरना पर बैठ गईं हैं। उन्होंने कहा कि वह मर जाएंगी, लेकिन झुकेंगीं नहीं। उन्होंने कहा कि वह राजनीतिक धरना नहीं दे रहीं, बल्कि पुलिस के समर्थन में धरना पर बैठी हैं। उनका धरना संविधान और लोकतंत्र बचाने को लेकर है।ममता ने पहले कहा कि वह संविधान और लोकतंत्र बचाने के मुद्दे पर धरने पर बैठेंगी और वह थोड़ी ही देर बाद मेट्रो स्टेशन पर बैठ गईं। इससे पहले उन्होंने कहा था कि देश में नरेंद्र मोदी बदले की राजनीति कर रहे हैं। भाजपा की एक्सपायरी डेट आ गई है। ममता बनर्जी बोली- अब हमारा धैर्य जवाब दे रहा है। पूरा देश नरेंद्र मोदी से परेशान है।