
मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा गुणवत्ता उन्नयन एवं ज्ञानवर्धक प्रशिक्षण कार्यक्रम में राजकीय महिला महाविद्यालय हल्द्वानी की डॉ विद्या कुमारी ने किया प्रतिभाग , प्राचार्या प्रो. आभा शर्मा ने सराहा
उत्तराखंड सरकार द्वारा मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा गुणवत्ता उन्नयन एवं ज्ञानवर्धक प्रशिक्षण योजना (शैक्षणिक भ्रमण योजना 2024-25) के तहत, राज्य के 40 प्राध्यापकों जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) का भ्रमण कर लौट आए हैं । इस भ्रमण में डॉ. विद्या कुमारी, इंदिरा प्रियदर्शनी राजकीय स्नातकोत्तर महिला वाणिज्य महाविद्यालय की प्राध्यापिका ने भी प्रतिभाग किया।
विगत 24 मार्च से 29 मार्च तक आयोजित भ्रमण दल को प्रदेश के उच्चशिक्षा मंत्री डॉ. धनसिंह रावत ,उच्च शिक्षा सचिव डॉ . रंजीत सिन्हा ,निदेशक उच्च शिक्षा प्रोफेसर अंजू अग्रवाल संयुक्त शिक्षा निदेशक प्रोफेसर आनंद सिंह उनियाल ने अपनी शुभकामनाएं देकर राजकीय महाविद्यालय रायपुर देहरादून से 24 मार्च को रवाना किया गया।उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के समृद्व प्राकृतिक संसाधनों की तरह ही यहॉ की उच्चशिक्षा को भी समय रहते समृद्व और सशक्त बनाया जाना है। प्रतिभागी प्राध्यापक जेएनयू की उच्चशिक्षा को देखें समझें और प्रदेश की आवश्यकता के अनुसार नवीन तत्वों को उच्चशिक्षा में शामिल करें l
इस दौरान प्राध्यापकों ने विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों का दौरा किया और शैक्षिक विकास के विभिन्न पहलुओं का अवलोकन किया। भ्रमण के दौरान विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ प्रोफेसरों ने महत्वपूर्ण व्याख्यान दिए, जिनमें शैक्षिक उन्नति, अनुसंधान, और विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों की प्रभावशीलता पर चर्चा की गई। इसके अलावा, प्राध्यापकों ने शिक्षण विधियों, पाठ्यक्रम संरचनाओं, और उच्च शिक्षा में सुधार के लिए विश्वविद्यालय द्वारा अपनाए गए विभिन्न नवाचारों पर विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
समापन के अवसर पर प्रोफेसर ब्रजेश कुमार पाण्डेय (प्रतिनिधि कुलपति जीएनयू )एवं प्रोफेसर रविशेखर (कार्यक्रम डायरेक्टर जेएनयू )द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान किए गए |
मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा गुणवत्ता उन्नयन एवं ज्ञानवर्धक प्रशिक्षण योजना के तहत इस प्रकार के शैक्षणिक भ्रमण, राज्य के शैक्षिक क्षेत्र में गुणवत्ता सुधारने और ज्ञानवर्धन के उद्देश्य से आयोजित किए जा रहे हैं। इस योजना का उद्देश्य प्राध्यापकों को नई शैक्षिक विधियों, अनुसंधान की नई दिशाओं, और वैश्विक शैक्षिक मानकों से परिचित कराना है