नई दिल्ली। नीलू सिंह
सीआरपीएफ ने शुक्रवार को कहा कि वह जम्मू-कश्मीर में भयावह आतंकी हमले में शहीद हुए अपने जवानों की शहादत को न तो भूलेगा और न ही माफ करेगा, बल्कि इसका बदला लेगा।
देश के सबसे बड़े अर्द्धसैनिक बल ने अपने आधिकारिक हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा, हम भूलेंगे नहीं, हम माफ नहीं करेंगे। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, हम पुलवामा हमले में शहीद हुए अपने जवानों को सलाम करते हैं और शहीद भाइयों के परिवारों के साथ खड़े हैं। इस क्रूर हमले का बदला लिया जाएगा। बल ने कहा कि आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों की याद में सीआरपीएफ की सभी इकाइयों ने दो मिनट का मौन रखा और शुक्रवार को बल का झंडा आधा झुका रहेगा। दिल्ली स्थित सीआरपीएफ मुख्यालय ने पूर्ण कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी (सीओआई) का आदेश जारी किया है।
राजनाथ ने शहीद जवान को दिया कंधा
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर में गुरुवार को शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों की पार्थिव देह पर पुष्पचक्र अर्पित करने के बाद एक शहीद जवान को कंधा दिया। उन्होंने कहा, देश बहादुर जवानों के सर्वोच्च बलिदान को नहीं भूलेगा। शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
दिल्ली से पहुंचते ही गृहमंत्री ने श्रद्धांजलि सभा में शिरकत की जहां सीआरपीएफ जवानों की पार्थिव देह तिरंगे में लिपटे ताबूतों में रखी गईं। समारोह में उपस्थित एक अधिकारी ने बताया कि सिंह ने एक शहीद सीआरपीएफ जवान को कंधा भी दिया। इसके बाद पार्थिव देह को विमान से जम्मू कश्मीर से ले जाया गया। गृह मंत्री सिंह, जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक, गृह सचिव राजीव गौबा, सीआरपीएफ महानिदेशक आरआर भटनागर, जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह और अन्य लोगों ने शहीद जवानों को पुष्पांजलि अर्पित की। अधिकारी के अनुसार जब तक ताबूतों को श्रीनगर हवाईअड्डे जा रहे ट्रक में रखा गया तब तक उपस्थित सभी गणमान्य लोग मौन खड़े रहे।