नई दिल्ली। नीलू सिंह
कांग्रेस से गठबंधन की आस खत्म होने। सुप्रीम कोर्ट से सर्विसेज को लेकर पक्ष में फैसला आने के बजाए एक और तारीख मिलने के बाद अब आम आदमी पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनाव में दिल्ली को पूर्ण राज्य की मांग को मुख्य चुनावी मुद्दा बनाने की तैयारी है। पार्टी इस मुद्दे को इसलिए भी जनता के बीच ले जाएगी क्योंकि पूर्व में भाजपा और कांग्रेस अपने इस चुनावी वादे से पीछे हट चुके है। आप इसे ही मुख्य चुनावी मुद्दा बनाना चाहती है।
पार्टी नेताओं का कहना है कि दिल्ली में विकास की राह को तभी तेज किया जा सकता है जब दिल्ली सरकार के पास पूर्ण अधिकार होगा। भाजपा-कांग्रेस भी इस बात को मानते है। वह पूर्व के चुनावी वादे में इसे शामिल भी कर चुके है, मगर उसे कभी पूरा नहीं कर पाएं है। वह भी तब जबकि केंद्र में उनकी सरकार भी रही है। इसका नुकसान दिल्ली के लोगों को उठाना पड़ रहा है।
पार्टी पर दिल्लीवालों के बीच इस मुद्दे को लेकर जाएंगे। पार्टी दिल्लीवालों से दिल्ली के पूर्ण राज्य की मांग को लेकर वोट मांगेंगी। खुद मुख्यमंत्री आर पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद कह चुके है कि दिल्ली सरकार के पूर्ण अधिकार का असली फैसला जनता करेगी। वह अपना फैसला आने वाले चुनाव में अपना वोट देकर सुनाएंगे। उन्होंने साफ कर दिया है की आने वाले चुनाव में वह पूर्ण राज्य के मुद्दे पर चुनाव लड़ेंगे।
आम आदमी पार्टी अपने चुनाव प्रचार को तेज कर दिया है। बीते 15 फरवरी से आपके विधायक/पार्षद आफके द्वार अभियान शुरू किया है। पार्टी इसके जरिए भी घर-घर तक दिल्ली के पूर्ण राज्य की मांग और उसके फायदे के बारे में लोगों को बताएगी। उसी आधार पर आम आदमी पार्टी को वोट देने की मांग करेगी। जिससे वह संसद में अपनी आवाज को अपने सांसदों को साथ उठा सके।