अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार

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नई दिल्ली, देव कुमार। बॉलीवुड के लेजेंडरी अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को 2024 का दादा साहेब फाल्के पुरस्कार मिलेगा। कोलकाता की सड़कों से सिनेमा की ऊंचाई तक पहुंचने में 74 वर्षीय मिथुन ने काफी लंबा और संघर्ष भरा सफर तय किया है। करीब चार दशकों के अभिनय करियर में उन्होंने बंगाली, हिंदी, तमिल,तेलुगू, कन्नड़, ओडिया और भोजपुरी जैसी कई भाषाओं में 350 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है। वह सिनेमा की दुनिया के पहले ऐसे अभिनेता हैं, जिन्हें पहली ही फिल्म मृगया (1976) के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार का सम्मान मिला। कोलकाता में जन्मे मिथुन का असली नाम गौरांग चक्रवर्ती है। उन्होंने केमिस्ट्री में स्नातक किया था। एक दिन कॉलेज में वह लड़कियों से बात करते हुए अभिनय कर रहे थे। तभी फिल्ममेकर मृणाल सेन की नजर पड़ी। उनका अंदाज और शैली को देखकर मृणाल प्रभावित हुए और उन्हें फिल्म मृगया ऑफर कर दी। इसके जरिये बतौर हीरो करियर की शुरुआत की। पहली फिल्म में राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने के बाद मिथुन ने हिंदी फिल्मों में काम करने के लिए मुंबई पहुंचे, लेकिन यहां प्रवेश करने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा। उन्हें भूखे पेट कई रातें गुजारनी पड़ीं। इस दौरान वह हेलन का असिस्टेंट बन गए। बाद में उन्हें छोटे रोल मिलने लगे। इसमें ‘दो अंजाने’, फूल खिले हैं गुलशन गुलशन, सुरक्षा, हमसे बढ़कर कौन, शानदार में छोटा सा रोल किया। मिथुन के फिल्मी करियर में सुनहरा समय 1982 में आया, जब उन्हें फिल्म डिस्को डांसर मिली। इस फिल्म के गाने आई द डिस्को डांसर और जिम्मी-जिम्मी ने देश-दुनिया में प्रसिद्ध हो गए। यह हिंदी सिनेमा की 100 करोड़ कमाने वाली पहली फिल्म भी बनी थी। इसमें जब मिथुन ने डिस्को स्टेप पर डांस किए तो वो देशभर में उनका अंदाज काफी पसंद किया जाने लगा। वर्ष 1980 से 1990 के दशक के बीच मिथुन दा भारत के हाईएस्ट पेड एक्टर्स में से एक रहे हैं। वहीं 1986 में एक ऐसा वक्त भी आया, जब वे सबसे ज्यादा टैक्स देने वाले अभिनेता के तौर पर मशहूर हो गए। मिथुन जब फिल्मों में आए, तब उस वक्त राजेश खन्ना, अभिताभ बच्चन, विनोद खन्ना, धर्मेंद, शत्रुघ्न सिन्हा जैसे दिग्गज पहले से ही प्रसिद्ध थे। ऐसे में अपनी एक्टिंग और डांस की नई स्टाइल से हिंदी सिनेमा के दर्शकों के बीच अलग पहचान बनाई। अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती की साल 1989 में एक के बाद एक 19 फिल्में रिलीज हुई थीं। इसमें वो सभी फिल्मों में लीड अभिनेता के तौर पर नजर आए थे। उनका ये रिकॉर्ड लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज है। पिछले 35 साल से यह रिकॉर्ड बना हुआ है और कोई भी अभिनेता इसी तोड़ नहीं पाया। फिल्म की दुनिया में मिथुन की करीब 150 से ज्यादा फिल्में फ्लॉप रहीं, लेकिन उन्हें काम की कमी नहीं हुई। उन्होंने कई फिल्मों में साधारण युवक की भूमिका निभाई। यही किरदार दर्शकों को पंसद आया और उनकी लोकप्रियता बढ़ती गई। मिथुन ने मार्शल आर्ट में महारत हासिल की है। मिथुन ने साल 2022 में आखिरी हिंदी फिल्म द कश्मीर फाइल्स की थी, जिसने 300 करोड़ रुपये तक कमाई की थी। मिथुन की यादगार फिल्मों में मृगया, दो अनजाने, फूल खिले हैं गुलशन गुलशन, हम पांच, डिस्को डांसर, मुझे इंसाफ चाहिए, प्यार झुकता नहीं , प्यार का मंदिर, वांटेड वक्त की आवाज, दुश्मन, अग्निपथ, गुरु, युवराज, द कश्मीर फाइल्स आदि शामिल हैं।

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