लखनऊ। राजेन्द्र तिवारी
पानी में कोरोना वायरस की मौजूदगी से हड़कंप मच गया था। लेकिन कई जांच के बाद गंगा और यमुना नदी के जल में कोरोना वायरस की मौजूदगी की पुष्टि नहीं हुई। शुक्रवार को इसका खुलासा भारतीय विष विज्ञान अनुसंधान संस्थान की रिपोर्ट से हुआ है।
आईआईटीआर निदेशक प्रोफेसर एसके बारिक के मुताबिक दो बार नदी के पानी के नमूने लिए गए थे। दोनों बार की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। पानी में कोरोना वायरस की पुष्टि नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि रिपोर्ट दिल्ली में उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है। उन्होंने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर ने देश भर में भारी तबाही मचाई थी। लाखों लोग कोरोना की चपेट में आए। बड़ी संख्या में संक्रमितों को जान गंवानी पड़ी थी। मरीजों का इलाज होम आइसोलेशन और अस्पताल में चला। कई जगह मल और नहाने आदि का पानी नालों के माध्यम से नदियों में जाकर मिल रहा है। शव भी नदियों में प्रवाहित किए जाने के सुबूत मिले हैं। रिपोर्ट के अनुसार ऐसे में लोगों ने नदी के पानी में कोरोना वायरस की मौजूदगी को लेकर सवाल उठाए। इसके बाद वैज्ञानिकों ने नदी के पानी की जांच शुरू की। आईआईटीआर ने यूपी और पटना के 12 जिलों से बहने वाली गंगा-यमुना नदी के पानी के नमूने लिए। मई-जून में दो बार पानी के नमूने एकत्र किए गए। निदेशक ने बताया कि यूपी में कन्नौज, उन्नाव, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, मिर्जापुर, गाजीपुर, बलिया, पटना के बक्सर, सारण, भोजपुर से बहने वाली गंगा नदी से पानी के नमूने लिए गए। यूपी के हमीरपुर जिले से बहने वाली यमुना नदी से पानी का नमूना लिया गया।