नई दिल्ली| नीलू सिंह
कांग्रेस ने सीबीआई के पूर्व निदेशक आलोक वर्मा के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों के संदर्भ में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश ए के पटनायक के बयान संबंधी खबरों को लेकर सरकार पर निशाना साधा। पार्टी ने शनिवार को कहा कि वर्मा को फिर से पद पर नियुक्त किया जाए और उसके बाद उच्च स्तरीय समिति उनपर लगे आरोपों की जांच करे।
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने पत्रकारों से कहा, कुछ तो ऐसा है कि जिससे सरकार भयभीत है। इसका रहस्योद्घाटन होना चाहिए। उन्होंने कहा, न्यायमूर्ति पटनायक का बयान अब सबके सामने है। इससे साबित होता है कि सीवीसी की रिपोर्ट झूठ है। इस झूठी रिपोर्ट के आधार पर आलोक वर्मा को हटा दिया गया।
सिंघवी ने कहा, हमारी मांग है कि उच्च स्तरीय समिति की बैठक फिर बुलाई जाए। आलोक वर्मा को फिर नियुक्त किया जाए। वर्मा के 77 दिन फिर से वापस लौटाए जाएं। वर्मा पर लगे आरोपों की जांच उच्च स्तरीय समिति करे।
प्रवक्ता ने कहा, यह बहुत गंभीर और महत्वपूर्ण मामला है। यह सरकार डरी हुई है। इस सरकार के लोग बातों को घुमाने में माहिर हैं और वे इस मामले में भी लगे हुए हैं। खबरों के मुताबिक न्यायमूर्ति पटनायक ने कहा कि आलोक वर्मा के खिलाफ भ्रष्टाचार के कोई साक्ष्य नहीं हैं।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली एक उच्चाधिकार प्राप्त समिति ने गुरुवार को वर्मा को सीबीआई निदेशक के पद से हटा दिया था। इसके बाद वर्मा ने सरकारी सेवा से इस्तीफा दे दिया।