नई दिल्ली। उत्तराखंड के मसूरी में 25 साल बाद दिसंबर की शुरुआत में सोमवार को पहली बार हिमपात हुआ है। इसी तरह कुमाऊं इलाके में भी लंबे समय बाद दिसंबर में हिमपात देखने को मिला। वहीं हिमाचल प्रदेश में मौसम का पहला हिमपात दर्ज किया गया। इन क्षेत्रों में पर्यटकों ने बर्फबारी का खूब आनंद उठाया। कश्मीर में शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है और गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान शून्य से 9.0 डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया। उधर, राजस्थान के कई हिस्सों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। उत्तराखंड के चारधाम समेत पर्यटक स्थल औली, हर्षिल, केदारकांठा, हरकीदून, चकराता बर्फ से ढक गए हैं। सोमवार को पर्यटकों ने बर्फबारी का आनंद उठाया। हिल स्टेशनों पर दिसंबर की शुरुआत में बर्फबारी से कारोबारियों के चेहरे खिल गए हैं। इससे विंटर सीजन में पर्यटन कारोबार अच्छा रहने की उम्मीद है। चमोली जिले में रविवार रात से बदरीनाथ, हेमकुंड साहिब के साथ ही जोशीमठ और औली में बर्फबारी का सिलसिला शुरू हुआ। सोमवार शाम तक जीएमवीएन रिजॉर्ट के निकट चार इंच बर्फ जम चुकी थी। औली में पर्यटकों ने चेयर लिफ्ट में बैठकर बर्फबारी के नजारों का आनंद उठाया। बर्फबारी से मसूरी-चकराता-त्यूणी राष्ट्रीय राजमार्ग भी बाधित हो गया था, जिसे सोमवार दोपहर तक खोला गया। पहाड़ों की रानी मसूरी में 25 साल बाद दिसंबर के शुरुआती दिनों में बर्फबारी हुई। दिसंबर के महीने में तो पांच साल बाद बर्फबारी के दीदार हुए। पिछले पांच साल से जनवरी में जाकर हल्की-फुल्की बर्फ पड़ रही थी। विशेषज्ञों के मुताबिक, बर्फबारी का सीधा फायदा खेती-किसानी और बागवानी को होगा। साथ ही, पर्यटन भी बढ़ेगा। मसूरी होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने बताया कि हल्की बर्फबारी के बाद से कुछ बुकिंग आनी शुरू हो गई हैं। उम्मीद है कि इस वीकेंड पर होटलों में अच्छी बुकिंग रहेगी। कुमाऊं के पर्वतीय क्षेत्रों में सोमवार को सर्दियों के सीजन का पहला हिमपात हुआ है। सुबह से शाम तक पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, चम्पावत, बागेश्वर और नैनीताल के ऊंचाई वाले स्थानों पर अलग-अलग समय में बर्फबारी हुई। इसके साथ ही पूरे कुमाऊं में कड़ाके की ठंड शुरू हो गई है। मैदानी क्षेत्रों में भी हल्की बूंदाबांदी और शीतलहर चलने से ठिठुरन शुरू हो गई है। लोगों का कहना है कि दिसंबर प्रथम सप्ताह में इस तरह की बर्फबारी लंबे समय बाद देखने को मिल रही है। हिमाचल प्रदेश में मौसम की पहली बर्फबारी के बाद ज्यादातर हिस्सों में ठंड बढ़ गई है। जनजातीय जिला लाहौल स्पीति पुलिस ने सोमवार को मनाली-लेह मार्ग पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाते हुए फंसे 800 पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया। कुल 489 वाहनों सुरक्षित निकाले गए। इनमें ज्यादातर वाहन पर्यटकों के थे। बर्फबारी के बीच सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने सड़क बहाली का काम शुरू कर दिया है। कोकसर में करीब आधा फीट बर्फ जमी है, जिसे हटाने का काम तेजी से जारी है। कश्मीर में शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है और घाटी के कई इलाकों में पारा हिमांक बिंदु से कई डिग्री नीचे चला गया है। गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान शून्य से 9.0 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया है। घाटी 40 दिनों की सबसे कठोर सर्दियों की अवधि के लिए तैयार है, जो 21 दिसंबर से शुरू होगी। अधिकारियों ने बताया कि वार्षिक अमरनाथ यात्रा के आधार शिविर पहलगाम में न्यूनतम तापमान शून्य से 6.8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। राजस्थान के कई हिस्सों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि उत्तरी हवाओं के असर से तापमान में गिरावट आई है। झारखंड के कई जिलों में सोमवार को साइक्लोनिक सर्कुलेशन और पश्चिमी विक्षोभ के चलते मौसम खराब हो गया। सुबह और दोपहर में मध्यम दर्जे की बारिश हुई। बारिश के कारण दिनभर घना कोहरा तो छाया ही रहा, कनकनी भी बढ़ गई, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ। मौसम में खराबी से आठ विमान सेवाएं प्रभावित हुईं। रांची आने-जाने वाले छह विमानों को घने कोहरे के कारण रद्द कर दिया गया। वहीं दो विमानों को डायवर्ट करना पड़ा। बारिश की वजह से सुबह के समय स्कूल जाने वाले बच्चों को परेशान देखा गया। वहीं कोहरे के कारण वाहनों को आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ा।