नई दिल्ली। अर्पणा पांडेय
कोरोना बच्चों में फैला तो संभालना मुश्किल हो जाएगा। ऐसे में स्कूल खोलने पर विचार किया जाना चाहिए। यह बातें अमेरिका का उदाहरण देते हुए मेदांता के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डॉ. नरेश त्रेहान ने रविवार को कहीं।
देशभर में स्कूलों को खोलने को लेकर मेदांता के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डॉ. नरेश त्रेहान आगाह किया। उन्होंने कहा कि अगर कोरोना बच्चों में फैला तो संभालना मुश्किल होगा। त्रेहान ने कहा कि अमेरिका में स्कूल खुलने पर टीकाकरण के बाद भी कई बच्चे संक्रमित हो गए। उन्होंने बताया कि फ्लोरिडा की घटना आगाह करने वाली है। क्योंकि फ्लोरिडा के अस्पताल बच्चों से भरे हुए हैं और उनके पास कोई सुविधा नहीं बची है। हमें इसे भारत के परिप्रेक्ष्य में देखना होगा जहां बच्चों का बिल्कुल टीकाकरण नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि यदि देश में बड़ी संख्या में बच्चे संक्रमित होते हैं तो हमारे पास उनकी देखभाल करने की सुविधाएं नहीं हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने वयस्कों और बच्चों के लिए जायडस कैडिला की डीएनए वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। ऐसे में सरकार को स्कूल खोलने से पहले दो-तीन महीने तक बच्चों को टीका लग जाने का इंतजार करना चाहिए। डॉ. त्रेहान का बयान ऐसे समय आया है जब दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में कक्षा 9-12 के लिए 1 सितंबर से स्कूलों को फिर से खोलने की घोषणा की। लेकिन छात्रों को माता-पिता की सहमति की आवश्यकता होगी और किसी को भी कक्षाओं में भाग लेने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा।