लखनऊ। राजेंद्र तिवारी
सीबीआई ने वर्ष 2012 में झांसी में मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस (एमईएस) में लगभग 54 मेट की भर्ती में की गई धांधली में आरोपित सेना के तत्कालीन अफसरों के नई दिल्ली, पुणे (महाराष्ट्र) व पोरबंदर (गुजरात) स्थित ठिकानों पर बुधवार को छापे मारे।
इससे पहले सीबीआई लखनऊ की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने गत 28 अक्तूबर को इस संबंध में मुकदमा दर्ज किया था। यह मुकदमा एमईएस झांसी के तत्कालीन कमांडर वर्किंग इंजीनियर (सीडब्ल्यूई) कर्नल अरविंद पराशर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इसमें एमईएस झांसी के दो तत्कालीन डीसीडब्ल्यूई लेफ्टिनेंट कर्नल आरआर नेगी व एके सिंह तथा तत्कालीन गैरीसन इंजीनियर ग्वालियर लेफ्टिनेंट कर्नल डी.एस. रावत के अलावा अन्य अज्ञात लोक सेवकों व अन्य अज्ञात व्यक्तियों को आरोपी बनाया गया है। इन सभी को आईपीसी की धारा 120बी, 420, 467, 468 व 471 के अलावा भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13(2) व 13(1)(डी) के तहत नामजद किया गया है। सीबीआई ने इन आरोपियों के पुणे, नई दिल्ली व पोरबंदर स्थित ठिकानों की तलाशी ली। इस दौरान चल-अचल संपत्तियों में किए गए निवेश से संबंधित आपत्तिजनक दस्तावेज और अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं। इन दस्तावेजों की जांच अभी जारी है।