नई दिल्ली। नीलू सिंह
वीडियोकान ग्रुप को साल 2012 में 3250 करोड़ रुपये का बैंक लोन देने के मामले में सीबीआई ने आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व सीईओ चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर को एफआईआर में नामजद किया है। इस एफआईआर में वीडियोकॉन के मैनेजिंग डायरेक्टर वीएन धूत का नाम भी शामिल है। इससे पहले, केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने गुरुवार को 3,250 करोड़ रुपए के आईसीआईसीआई बैंक-वीडियोकॉन ऋण मामले में कथित अनियमितताओं के संबंध में एक प्राथमिकी दर्ज की तथा मुंबई में समूह के मुख्यालय और औरंगाबाद में कार्यालयों पर बृहस्पतिवार को छापे मारे।
अधिकारियों ने बताया कि छापे मारने का काम बृहस्पतिवार सुबह शुरू किया गया। इस दौरान आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व सीईओ चंदा कोचर के पति दीपक कोचर द्वारा संचालित कंपनी न्यूपावर और सुप्रीम एनर्जी पर भी छापे मारे गए।
उन्होंने बताया कि ऐसा आरोप है कि 2012 में आईसीआईसीआई बैंक से वीडियोकॉन समूह को 3250 करोड़ रुपए का ऋण मिलने के कुछ महीनों बाद वीडियोकॉन प्रमोटर वेणुगोपाल धूत ने न्यूपावर में करोड़ों रुपए निवेश किए।
अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने धूत, दीपक कोचर और अज्ञात अन्य के खिलाफ पिछले साल मार्च में एक प्रारंभिक जांच (पीई) दर्ज की थी। सीबीआई प्राथमिकी दर्ज करने से पहले पीई दर्ज करती है, ताकि वह सुबूत एकत्र कर सके। एजेंसी ने इस पीई को प्राथमिकी में बदल दिया है। उन्होंने कहा कि आरोपियों के नाम और प्राथमिकी की विस्तृत जानकारी का अभी इंतजार किया जा रहा है।