देहरादून। अनीता रावत
मोदी सरकार ने संसद में शुक्रवार को आम बजट 2019 पेश किया। इससे जहां नौकरीपेशा, कामगार और किसान खुश नजर आए, वहीं व्यापारी और आधी आबादी को निराशा हुई। सत्ता दल से जुड़े लोगों ने बजट को संतुलित और देश के विकास के लिए बेहतरीन बताया। वहीं विपक्षी दलों से जुड़े लोगों ने इसे चुनावी झुनझुना बताया। उन्होंने कहा कि पांच लाख रुपये तक की आमदनी पर आयकर से छूट तो दे दी, लेकिन इससे ऊपर के आयकर में कोई बदलाव नहीं किया। दो हेक्टेयर से कम जमीन वाले किसानों के लिए 6000 रुपये सालाना देने, किसान क्रेडिट कार्ड से ॠण पर ब्याज पर दो प्रतिशत की छूट, पशुपालन व मत्स्य पालन ॠण में ब्याज दर में दो फीसदी छूट से किसानों ने खुशी जताई। ज्यादातर लोगों ने अंतरिम बजट को संतुलित बताया। उन्होंने कहा कि सरकार ने इसमें सभी वर्गों का ख्याल रखा है।