लखनऊ। राजेन्द्र तिवारी
कुछ दल ब्राह्मणों के नाम पर स्वार्थ पूर्ति के लिए प्रबुद्ध वर्ग और बुद्धिजीवी वर्ग सम्मेलन कर रहे हैं। उन्हें यह पता ही नहीं है कि ब्राह्मण कोई जाति नहीं बल्कि एक ‘विराट संस्कृति’ है। यह बातें राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने लखनऊ के सहकारिता भवन में आयोजित ‘विद्वत समाज सम्मेलन एवं अभिनंदन समारोह’ में कहीं।
लखनऊ के सहकारिता भवन स्थित चौधरी चरण सिंह सभागार में विद्वत समिति की ओर से रविवार को ‘विद्वत समाज सम्मेलन एवं अभिनंदन समारोह’ का आयोजन किया गया था। समारोह को संबोधित करते हुए राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि मैं अनुभव करता हूं कि जाति विशेष को भी संकुचित करने का प्रयास किया गया है। उसके प्रति सीमित नजरिया रखने की कोशिश की गई है। उन्होंने कहा कि आकर्षक नाम देकर स्वार्थ सिद्धि को मैं समझ रहा हूं। यह विद्वत समाज की आंखों में धूल झोंकने का कार्य है। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीयता को उभारकर जिस तरह राष्ट्रीयता को संकुचित किया जा रहा है, उसे विद्वत समाज को ठीक करना है। वहीं केंद्रीय मंत्री महेन्द्र नाथ पांडेय ने सपा-बसपा के सम्मेलनों का नाम लिए बिना कहा कि जब पांच वर्ष बीत जाते हैं तो कालचक्र में उन्हें कुछ याद आता है। शेष समय उन्हें किसी का ध्यान नहीं रहता है। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण सदियों से प्रबुद्ध वर्ग का प्राण तत्व रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा राष्ट्रहित और समाज हित को प्रमुखता दी है। इस मौके पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्र टेनी कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ अधिवक्ता सुनील द्विवेदी ने की।