वाराणसी। टीएलयू
जीव विज्ञान के प्रोफेसर एसके चौबे को लंबी छुट्टी पर भेज कर और पुनः विचार के लिए मामले को बीएचयू की कार्यकारिणी समिति परिषद भेजने की बात मान कर बीएचयू ने छात्राओं की काफी हद तक मांग मान ली है। हालांकि छात्राएं चौबे की बर्खास्त करने की मांग को लेकर 26 घंटे से प्रदर्शन कर रहीं थीं।
गोवा शैक्षिक भ्रमण के दौरान प्रोफेसर एसके चौबे अश्लील हरकत के आरोप लगे थे। मामले की जांच के बाद बीएचयू प्रशासन ने चौबे को बहाल कर दिया था, हालांकि कोई प्रशासनिक पद नहीं देने की बात भी कही थी। प्रशासन के इस फैसले से नाराज छात्राएं धरने पर बैठ गई थी।
मिली जानकारी के अनुसार बीएचयू के मेन गेट पर शनिवार रात से जारी छात्राओं का धरना रविवार देर रात समाप्त हो गया। प्रोफेसर एसके चौबे की बर्खास्तगी की मांग को लेकर छात्राएं धरने पर बैठी थी। बताया जा रहा है कि रविवार शाम को छात्राओं का प्रतिनिधिमंडल कुलपति से मिलने गया था। लंबी बातचीत के बाद पूरे मामले को बीएचयू की कार्यकारिणी समिति परिषद में पुनर्विचार के लिए भेजने और प्रोफेसर सेल कुमार चौबे को लंबी छुट्टी पर भेजने को
विश्वविद्यालय प्रशासन तैयार हो गया। इस दौरान कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में किसी भी प्रकार के लैंगिक भेदभाव अथवा उत्पीड़न की घटनाओं की रोकथाम के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे।