सावधान, आपका टूथब्रश नहीं है सुरक्षित, इसमें है 600 वायरस

अंतरराष्ट्रीय

न्यूयॉर्क। हम जिस टूथब्रश को साफ कर प्रतिदिन इस्तेमाल करते हैं वह सेहत के लिए सुरक्षित नहीं है। इसमें 600 से ज्यादा वायरस है। अमेरिकी शोध में यह बात सामने आई है। शोधकर्ताओं का दावा है कि जांच में लगभग 70 फीसदी से अधिक वायरस टूथब्रश में मिले हैं।
हमारे आसपास बहुत सारे वायरस पाए जाते हैं। लेकिन क्या हो अगर ये आपके टूथब्रश और शॉवरहेड्स पर हो, जिसे आप सबसे ज्यादा साफ मानते हैं। वैज्ञानिकों ने एक नए अध्ययन में पता लगाया कि बाथरूम में मौजूद ये दो जगह वायरस से भरे पड़े हैं। शोधकर्ताओं को शॉवरहेड और टूथब्रश पर कुल 614 वायरस मिले हैं, जिसमें कई ऐसे रोगाणु हैं, जिन्हें पहले कभी नहीं देखा गया। अमेरिका के नॉर्थईस्टर्न यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने यह अध्ययन किया है।
शोधकर्ताओं ने कहा कि जांच में लगभग 70 फीसदी से अधिक वायरस टूथब्रश पर और 25 फीसदी शॉवर हेड पर मिले। वैज्ञानिकों ने बताया कि कई लोग नियमित रूप से अपने बाथरूम को रसायनों से साफ करते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि घर सूक्ष्मजीवों से मुक्त है। दरअसल, वायरस पानी वाला वातावरण पसंद करते हैं। लिहाजा, शॉवरहेड और टूथब्रश में पानी रहने से इनके पनपने के लिए आदर्श माहौल मिलता है। वैज्ञानिकों ने पाया कि ये वायरस इंसानों के लिए खतरनाक नहीं हैं। क्योंकि ये बैक्टीरिया को संक्रमित करते हैं। इंसानों को बीमार करने में इनकी क्षमता कम है। वैज्ञानिकों ने यह पता लगाने के लिए परीक्षण शुरू किया कि क्या शौचालय में फ्लश करने वाले स्प्रे से टूथब्रश दूषित हो रहे हैं। अध्ययन के दौरान वैज्ञानिकों ने 50 हजार से अधिक घरों के शॉवरहेड्स और टूथब्रश ब्रिसल्स से नमूने एकत्र किए। उन नमूनों में पाए गए डीएनए को अनुक्रमित करके शोधकर्ताओं ने बाथरूम के माइक्रोबायोम में रहने वाले सैकड़ों वायरस का पता लगाया। इस अध्ययन के प्रमुख डॉ. एरिका हार्टमैन ने बताया कि हमें ऐसे कई वायरस मिले जिनके बारे में हम बहुत कम जानते हैं और कई ऐसे वायरस मिले जिन्हें हमने पहले कभी नहीं देखा था। उन्होंने बताया कि खोजे गए 614 वायरसों में से 314 केवल एक ही नमूने में पाए गए और कोई भी दो नमूने पूरी तरह से एक जैसे नहीं थे। वहीं शॉवरहेड और टूथब्रश नमूनों में 15 सबसे आम वायरस के बीच कोई समानता देखने को नहीं मिला। अध्ययन में एकत्र किए गए सभी वायरस बैक्टीरियोफेज थे, जो केवल जीवाणुओं को संक्रमित करने या उनके अंदर ही प्रतिकृति बनाने में सक्षम हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि हमारे घर हर समय बैक्टीरिया और वायरस से भरे रहते हैं। इन्हें रसायनों से मारने की कोशिश से अधिक एंटीबायोटिक प्रतिरोध पैदा होता है। इससे बीमारियों के इलाज में मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इसके लिए सबसे अच्छी रणनीति सिर्फ इस तथ्य को स्वीकार करना है कि आपके घर में सूक्ष्मजीव रहते हैं। शोध फ्रंटियर्स इन माइक्रोबायोम्स में प्रकाशित हुआ है। विशेषज्ञों ने उम्मीद जताई कि इन वायरस की मदद से एंटीबायोटिक-प्रतिरोधी जीवाणु संक्रमण का उपचार हो सकता है। वहीं हम अपने अपने घरों को साफ बनाने के लिए इन वायरस का इस्तेमाल कर सकते हैं। हालांकि, इसके लिए अभी और परीक्षण करने की जरूरत होगी। शोधकर्ता हार्टमैन ने कहा कि रोगाणुओं की खोज लोगों के लिए चिंता का विषय नहीं है, क्योंकि इससे उन्हें कोई नुकसान नहीं होगा। उन्होंने बताया कि कैल्शियम ब्लीच हटाने के लिए टूथब्रश हेड्स को नियमित रूप से बदलना और शॉवर हेड्स को सिरके में भिगोना या उन्हें साबुन और पानी में धोना सबसे अच्छा है।

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