देहरादून। अनीता रावत।
पौड़ी जिले के बीरोंखाल ब्लॉक के गांव डुमैला में अर्जुन सिंह रावत और उनके छोटे भाई स्वरूप सिंह ने गांव में अपनी तरफ से एक पहल शुरू की है, जो कारगर साबित हो रही है। उन्होंने स्वरूप सिंह रावत के साथ दो बंजर खेतों में 120 पौधे लगाए। उन्होंने बताया कि पिछले साल अगस्त- सितंबर में 2018 में इन पौधों को रौपे थे। उन्होंने खुशी जताते हुए कहा कि इनमें से अधिकतर पौधे अच्छी हालत में है। उन्होंने कहा कि यह एक सुखद परिणाम है कि 90% पौधे जनवरी में उन्हें अच्छी हालत में मिले। उन्होंने गांव में बच्चों के साथ लेकर इन पौधों में सिंचाई की और उनकी गुड़ाई निलाई की। उन्होंने कहा कि हालांकि कुछ पौधे पाला और कड़क सर्दी से मुरझा गए लेकिन उन्हें जिस हालत में पौधे मिले हैं वह एक उम्मीद की किरण जगा गई है। उनका कहना है कि फलदार पटटी बनने से क्षेत्र से पलायन से रुकेगा। उन्होंने कहा कि ब्लॉक के खाटली और सावली पटटी के गांव में भी नींबू और अन्य फलदार पौधे रौपने के लिए लोगों को जागरूक करेंगे। हम सिर्फ 20 खेतों में नींबू के पौधे लगाएंगे। इससे लोगों को गांव में रुकने का सहारा मिल जायेगा और गांव खाली होने से बच जाएंगे। कहा कि जंगली जानवर बंदर, लंगूर, सूअर आदि खेती को नुकसान पहुंचा रहे हैं। इसके चलते लोगों ने खेतों को बंजर छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि इस उम्मीद से अपने साथ लोगों को जोड़ना चाहते हैं कि फिर से खाली हो चुके गांव आबाद हो सके। साथ ही उन्होंने कहा कि देखते हैं कि आगे लोग किस तरह से हमसे जुड़ पाएंगे।