हल्द्वानी। अनीता रावत
पृथ्वी के नजदीक से शनिवार देर रात एक क्षुद्रग्रह गुजरा। इस खगोलीय घटना का साक्षी दुनिया के कई देश बने। विश्व के कई हिस्सों में क्षुद्रग्रह 2008 जीओ 20 का दीदार किया गया। खगोल वैज्ञानिकों ने इस घटना के बाद काफी उत्साहित हैं। दावा है कि क्षुद्रग्रह ‘2008 जीओ 20’ आठ किलोमीटर प्रति सेकेंड की रफ्तार से पृथ्वी के पास से गुजरा है। शनिवार रात 11.21 बजे यह पृथ्वी के सबसे करीब था। दुनिया के कई हिस्सों में इसका स्पष्ट दीदार हुआ।
वैज्ञानिकों की माने तो ‘2008 जीओ 20’ फुटबॉल के चार मैदान जितना बड़ा है। इसकी चौड़ाई 97 मीटर, जबकि लंबाई 230 मीटर के आसपास थी। पहले आशंका जताई गई थी कि ‘2008 जीओ 20’ से धरती को बड़ा नुकसान हो सकता है। नैनीताल स्थित आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान के पब्लिक आउटरीच प्रभारी डॉ. वीरेंद्र यादव ने बताया कि खराब मौसम के चलते क्षुद्रग्रह को नैनीताल से नहीं देखा जा सका। पर दुनिया के कई इलाकों में वैज्ञानिकों ने इसके दीदार में सफलता पाई।
विशेषज्ञों के मुताबिक ‘2008 जीओ 20’ से मिलता-जुलता क्षुद्रग्रह 1935 और 1977 में भी पृथ्वी से क्रमशः 19 लाख किलोमीटर व 29 लाख किलोमीटर की दूरी से गुजर चुका है। उस समय भी यह पृथ्वी की ओर से नहीं आया। इस बार इसके लगभग 45 लाख किलोमीटर की दूरी से होकर निकलने का अनुमान है। यह दूरी पृथ्वी और चंद्रमा के बीच के फासले से लगभग 11 से 12 गुना अधिक है। 2034 में भी एक क्षुद्रग्रह के पृथ्वी के पास से गुजरने की संभावना है।