नई दिल्ली। टीएलयू
असम में नागरिकता (संशोधन) विधेयक के खिलाफ लगातार प्रदर्शन जारी है। गुवाहाटी में लोगों ने कर्फ्यू का भी उल्लंघन किया। जिससे राज्यभर में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। वहीं स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सेना ने फ्लैग मार्च किया। उधर त्रिपुरा में भी विधेयक के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन हुए। असम औश्र त्रिपुरा में हिंसक प्रदर्शनों को देखते हुए कई ट्रेनें रद्द कर दी गई है। रज्य में सेना को अलर्ट कर दिया गया है।
विधेयक के खिलाफ अखिल असम छात्र संगठन (आसू) ने विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। इसे देखते हुए सेना अलर्ट पर है। शहर में सुबह फ्लैग मार्च निकला। बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों ने आधा दर्जन वाहनों को आग लगा दी है। यही नहीं भाजपा और असम गण परिषद (अगप) के नेताओं के घर पर हमले भी हुए हैं। हंगामे को देखते हुए असम के दस जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई। साथ ही दो दर्जन से ज्यादा ट्रेनें रद्द कर दी गई है। वहीं हवाई सेवा भी रोक दी गई है। केंद्रीय मंत्री और डिब्रूगढ़ से भाजपा सांसद रामेश्वर तेली ने कहा कि बुधवार रात लगभग 11 बजे मेरे चाचा की दुकान में आग लगा दी गई और मेरे घर की बाउंड्री वॉल को भी प्रदर्शनकारियों ने क्षतिग्रस्त कर दिया। उन्होंने केंद्रीय मंत्री ने असम के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं असम के अपने भाइयों और बहनों को आश्वासन देना चाहता हूं कि नागरिकता संशोधन विधेयक, 2019 के पास होने पर उन्हें चिंतित होने की जरूरत नहीं है। मैं उन्हें आश्वासन देना चाहता हूं कि कोई उनके अधिकार, विशिष्ट पहचान और सुंदर संस्कृति लेकर नहीं जाएगा। यह लगातार फलता-फूलता और विकसित होता रहेगा।