नई दिल्ली। अर्पणा पांडेय
75 वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर शनिवार को जम्मू-कश्मीर पुलिस के सहायक उप-निरीक्षक (एएसआई) बाबू राम को मरणोपरांत शांति काल का सर्वोच्च वीरता सम्मान अशोक चक्र से सम्मानित किया गया। वहीं कांस्टेबल अल्ताफ हुसैन भट को मरणोपरांत दूसरा सर्वोच्च सम्मान कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया।
स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर सशस्त्र बलों, पुलिस और अर्द्धसैनिक कर्मियों के लिए कुल 144 वीरता पुरस्कारों की घोषणा की गई। इसकी स्वीकृति राष्ट्रपति रामनाद कोविंद ने शनिवार को दी। 144 वीरता पुरस्कारों में 15 शौर्य चक्र, सेना पद (वीरता) के लिए चार बार और 116 सेना पदक (वीरता) तथा एक अशोक चक्र और एक कीर्ति चक्र शामिल हैं। बताया जा रहा है कि शौर्य चक्र भारतीय थल सेना के छह कर्मियों, वायु सेना के दो अधिकारियों और नौ सेना के एक अधिकारी तथा छह पुलिस एवं अर्द्धसैनिक बल कर्मियों को दिया गया है। 15 शौर्य चक्र में चार मरणोपरांत दिए गए हैं। थल सेना से शौर्य चक्र प्राप्त करने वालों में मेजर अरुण कुमार पांडे, मेजर रवि कुमार चौधरी, कैप्टन आशुतोष कुमार (मरणोपरांत), कैप्टन विकास खत्री, राइफलमैन मुकेश कुमार और सिपाही नीरज अहलावत शामिल हैं। वहीं, नौसेना के कैप्टन सचिन रूबेन सिक्वेरा, जबकि वायु सेना के अधिकारियों ग्रुप कैप्टन परमिंदर अंतिल और विंग कमांडर वरुण सिंह शौर्य चक्र से सम्मानित किए जाने वालों में शामिल हैं। केद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के चितेश कुमार, मनजिंदर सिंह और सुनील चौधरी को शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है। इनके अलावा, ओडिशा पुलिस के कमांडो देबाशीष सेठी (मरणोपरांत) और सुधीर कुमार टुडू (मरणोपरांत) तथा जम्मू-कश्मीर पुलिस के शाहबाज अहमद को भी इस प्रतिष्ठित सम्मान से सम्मानित किया गया है। कुल 144 वीरता पदक की सूची में पांच नौसेना पदक (वीरता) और दो वायु सेना पदक (वीरता) भी शामिल हैं। इसके अलावा राष्ट्रपति ने 28 सेना कर्मियों को ‘मेंशन इन डिस्पैच के लिए भी स्वीकृति दी है, जिनमें ‘ऑपरेशन रक्षक और ‘ऑपरेशन स्नो लिओपार्ड के लिए तीन (मरणोपरांत) पुरस्कार शामिल हैं। जम्मू-कश्मीर में पिछले साल आतंकवाद रोधी अभियानों में बहादुरी प्रदर्शित करने को लेकर सेना के छह कर्मियों को शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है।