लखनऊ। सीमा तिवारी
स्पा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुरादाबाद लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी बदल दिया है। अब नासिर कुरैशी की जगह डॉ एसटी हसन को उम्मीदवार बनाया गया है।
मिली जानकारी के अनुसारसपा उम्मीदवार नासिर कुरैशी ने अखिलेश के कहने पर अपना मुरादाबाद सीट से अपना नामांकन वापस ले लिया है। अब सपा ने उनकी जगह डॉ एस टी हसन को अपना उम्मीदवार घोषति किया है। इससे पहले सुबह सपा ने दो और लोकसभा प्रत्याशियों की सूची जारी की थी। अखिलेश ने गोरखपुर से रामभुआल निषाद को टिकट दिया है जबकि कानपुर से राम कुमार को मैदान में उतारा है। इस तरह अब तक सपा 29 प्रत्याशियों का ऐलान कर चुकी है। योगी आदित्यनाथ के 2017 में उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद गोरखपुर संसदीय सीट से इस्तीफा दे दिया था। उपचुनाव में सपा ने निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद के बेटे प्रवीण निषाद को गोरखपुर सीट से चुनाव मैदान में उतारा था और जीत दर्ज की थी। सपा-बसपा और रालोद के गठबंधन में शामिल होने वाली निषाद पार्टी ने अब शुक्रवार को ही अपने आपको गठबंधन से अलग कर लिया था। इसकी घोषणा शुक्रवार को निषाद पार्टी के प्रमुख संजय निषाद ने की थी। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव कह रहे हैं कि वह हमारी सीटों की घोंषणा करेंगे। लेकिन वह हमारी पार्टी का नाम पोस्टर और पत्रों में शामिल नहीं कर रहे हैं। इससे पार्टी के कार्यकर्ता, पदाधिकारी और कोर कमेटी के लोग काफी आहत हैं।” इस घटनाक्रम में बाद अखिलेश यादव ने आज गोरखपुर से अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। ऐसा माना जा रहा था कि गोरखपुर की सीट अखिलेश निषाद पार्टी को देंगे लेकिन गठबंधन टूटने के बाद उन्होंने अपने प्रत्याशी का ऐलान कर दिया है। इस बीच निषाद पार्टी के अध्यक्ष ने शुक्रवार देर रात को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात की थी। वहीं, निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने कहा है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा था कि वह हमारी पार्टी के लिए सीटों का ऐलान करेंगे। उन्होंने अपने पोस्टरों में हमारी पार्टी का नाम और एक शब्द तक नहीं लिखवाया। उन्होंने कहा कि अब हम स्वतंत्र हैं और हमारे सामने सभी विकल्प खुले हैं। इसके बाद शुक्रवार देर शाम संजय निषाद ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। जल्द ही निषाद पार्टी एनडीए का हाथ थाम सकती है।