नई दिल्ली। अर्पणा पांडेय
संसद सत्र में हंगामे के बीच मंगलवार को गतिरोध कम होता दिखाई दिया। विपक्ष ने सात विधेयकों सहित राज्यसभा में आठ कार्यों पर सहमति व्यक्त की है।
राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू की अध्यक्षता में हुई बैठक में विपक्ष ने अपनी सहमति दी। बताया जा रहा है कि सभापति ने मंगलवार को राज्यसभा की कार्यवाही पहली बार स्थगित होने के बाद, सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ सदन में जारी गतिरोध को दूर करने के बारे में चर्चा की। नायडू ने इस दौरान सरकार और विपक्ष, दोनों से संसद में जारी गतिरोध का मिलजुलकर हल निकालने की अपील की। सूत्रों के अनुसार, नायडू ने सोमवार की शाम को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, संसदीय मामलों के मंत्री प्रल्हाद जोशी और सदन के नेता पीयूष गोयल के साथ एक बैठक की थी। सूत्रों ने बताया कि सभापति ने सरकार और विपक्षी दलों से एक साथ बैठने और संसद के मानसून सत्र में जारी गतिरोध का समाधान निकालने का अनुरोध किया। सरकार ने देश में किसानों के मुद्दे, मूल्य वृद्धि और आर्थिक स्थिति पर चर्चा करने की अपनी इच्छा दोहराई। इसको लेकर वेंकैया नायडू ने अन्य दलों से इसे आगे बढ़ाने का आग्रह किया। विपक्ष भी पेगासस मुद्दे के संदर्भ में राष्ट्रीय सुरक्षा पर चर्चा करना चाहता था। वहीं जिन बिलों पर सहमति बनी है उनमें ट्रिब्यूनल रिफॉर्म्स बिल, एयरपोर्ट्स रेगुलेशन अथॉरिटी बिल, जनरल इंश्योरेंस नेशनलाइजेशन अमेंडमेंट बिल, लिमिटेड लायबिलिटी पार्टनरशिप अमेंडमेंट बिल, डिपॉजिट इंश्योरेंस बिल भी शामिल हैं। गौरतलब है कि संसद का मानसून सत्र 19 जुलाई से शुरू हुआ है और बीते दो सप्ताह में कामकाज उस तरह से नहीं हो पाया है जिस तरह होना चाहिए। विपक्षी दल पेगासास जासूसी विवाद और कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने की मांग कर रहे हैं।