नई दिल्ली। अर्पणा पांडेय
पेट्रोल और डीजल सस्ता करने के बाद अब खाद्य तेल की कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए केंद्र सरकार ने कुछ और एहतियाती कदम उठाने का ऐलान किया है। सरकार ने कच्चे पाम ऑयल, कच्चे सोयाबीन तेल और कच्चे सूरजमुखी तेल पर बेसिक ड्यूटी को 2.5 फीसदी से घटाकर शून्य कर दिया है। इसके साथ ही इन तेलों पर कृषि उपकर में भी कटौती करने की घोषणा की गई है। वहीं, सरसों के तेल को वायदा कारोबार से निलंबित कर स्टॉक लिमिट लागू करने का फैसला किया गया है।
खाद्य सचिव सुधांशु पांडेय ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों में खाद्य तेल की कीमतों में 20 रुपये प्रति लीटर तक की कमी आई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में खाद्य तेल की कीमत अधिक होने के बावजूद सरकार के हस्तक्षेप और राज्य सरकारों की सक्रिय भागीदारी की वजह से दीपावली पर खाद्य तेल की कीमतों में कमी दर्ज की गई है। दिल्ली में पाम ऑयल छह, सोयाबीन तेल पांच और सूरजमुखी का तेल दस रुपये प्रति लीटर तक कम हुआ है। कई जगहों पर 20 रुपये तक की कमी दर्ज की गई है। मंत्रालय ने कहा कि इन तेलों पर कृषि उपकर को कच्चे पाम ऑयल के लिए 20 फीसदी से घाटकर 7.5 फीसदी और कच्चे सोयाबीन व सूरजमुखी तेल के लिए पांच फीसदी कर दिया गया है। आरबीडी पामोलिन ऑयल, रिफाइंड सोयाबीन और रिफाइंड सनफ्लावर ऑयल पर बेसिक ड्यूटी मौजूदा 32.5 से घटाकर 17.5 प्रतिशत कर दी गई है। इसके साथ सरकार ने कुछ और कदम भी उठाए हैं। सरकार ने खाद्य तेल की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए पाम ऑयल, सूरजमुखी के तेल और सोयाबीन के तेल पर आयात शुल्क को भी युक्तिसंगत बनाया है। एससीडीईएक्स पर सरकार ने तेल में वायदा कारोबार को निलंबित कर दिया है और स्टॉक सीमा लागू कर दी है। खाद्य सचिव सुधांशु पांडेय ने कहा कि दीपावली पर उपभोक्ताओं को लाभ देने के लिए कई कंपनियों ने दाम में कमी की है।