नई दिल्ली। अर्पणा पांडेय
केंद्र सरकार ने गुरुवार को बताया कि देश की कुल वयस्क आबादी (18 साल से ज्यादा आयु वाले) में से 66 फीसदी लोगों ने कोविड-19 टीके की एक खुराक लगवा ली है, यानी इनका आंशिक टीकाकरण हो चुका है। वहीं, 23 प्रतिशत हिस्से ने दोनों खुराक लगवायी हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि टीके की 63.7 प्रतिशत खुराक ग्रामीण क्षेत्रों में जबकि 35.4 प्रतिशत शहरी क्षेत्रों में लगाई गई हैं। उन्होंने बताया कि वहीं ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की श्रेणी में नहीं आने वाले कोविड टीकाकरण केंद्रों पर 68.2 लाख खुराक लोगों को लगाई गई हैं। को-विन पोर्टल पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी तक कोविड-19 टीके की 84 करोड़ से ज्यादा खुराक लगायी जा चुकी हैं।
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने कहा, भारत की कुल वयस्क आबादी के दो तिहाई हिस्से (66 प्रतिशत) को सार्स-सीओवी2 का टीका लगाया जा चुका है। करीब एक तिहाई आबादी (23 प्रतिशत) को टीके की दोनों खुराकें लगाई गई हैं। इन दोनों मानदंडों में आप देख सकते हैं कि ऐसे कई राज्य और केंद्रशासित प्रदेश ऐसे हैं, जिन्होंने इन औसत से बेहतर किया है। उन्होंने कहा कि टीका इस गंभीर बीमारी और मृत्यु से बहुत हद तक सुरक्षा प्रदान करता है। इसलिए यह संतोष की बात है कि टीकाकरण इतने व्यापक स्तर पर हुआ है। स्वास्थ्य सचिव भूषण ने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों में से 99 प्रतिशत ने टीके की पहली खुराक लगवा ली है, जबकि 84 प्रतिशत स्वास्थ्यकर्मी ऐसे हैं जिन्होंने दोनों खुराकें लगवाई हैं। उन्होंने बताया कि सभी कोरोना योद्धाओं को टीके की पहली खुराक लगाई जा चुकी हैं और 80 प्रतिशत ने दोनों खुराकें लगवाई हैं। आगामी त्योहारों से पहले केंद्र ने राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि नियंत्रण क्षेत्रों में और उन जिलों में बड़े सामूहिक कार्यक्रम न हों जहां संक्रमण दर पांच प्रतिशत से ज्यादा है।