लखनऊ। राजेंद्र तिवारी
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा अगर अपने सभी विधायकों के टिकट काट भी दे तो भी विधानसभा चुनाव जीत नहीं पाएगी। क्योंकि जनता ने भाजपा को हरा कर ‘क्वारेंटाइन’ करने का इरादा कर लिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा में मनभेद ही नहीं मठभेद भी हैं और इसलिए भाजपा सरकार के दोनों ‘इंजन’ आपस में टकरा रहे हैं। भाजपा में नेता एक दूसरे को हराने में लगे हैं।
अखिलेश ने शुक्रवार को पश्चिमी यूपी के कांग्रेस नेता पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक व पंकज मलिक के सपा में शामिल होने के मौके पर प्रेस कांफ्रेंस में कहा भाजपा का अब जाना तय है। महंगाई को लेकर भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जनता को भाजपा न जाने कौन सा पहाड़ा पढ़ा रही कि हर दिन पेट्रोल 35 पैसे बढ़ जाता है।
अखिलेश ने कहा कि इस एक्सप्रेसवे की क्वालिटी के साथ समझौता किया गया है। आखिर देश की प्रतिष्ठित कंपनियों को इतने बड़े प्रोजेक्ट से बाहर क्यों कर दिया गया जबकि यह प्रतिष्ठित कंपनियां अयोध्या में राम मंदिर व गुजरात में पटेल प्रतिमा के निर्माण से जुड़ी थीं। इस प्रोजेक्ट का ठेका भाजपा के चेहतों को दे दिया गया। उन्होंने कहा कि सपा की सरकार बनने पर लखनऊ से सीधे पश्चिम को जोड़ने वाला एक्सप्रेस वे बनाएंगे। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा उन पर राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा न दिए जाने के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि वह भाजपा से बेहतर मंदिर बना कर दिखाएंगे। मंदिर कहां बनेगा, बाद में बताएंगे। उन्होंने कहा कि हमारे हर कार्यकर्ता के यहां मंदिर है। हमने तो मुख्यमंत्री आवास में भी मंदिर बनवाया था। सरकार बताए कि सरकार ने साढ़े चार साल लोगों को कौन सा टेबलेट बांटा? उन्होंने लखीमपुर खीरी कांड की चर्चा करते हुए कहा कि जब वहां के मंत्री केंद्रीय गृहमंत्री के साथ मंच पर बैठे हैं तो पीड़ित जनता को क्या न्याय मिलेगा। अखिलेश ने एक सवाल पर कहा कि कद्दावर व बहादुर लोगों को सपा अपने यहां शामिल करा रही है। हरेंद्र मलिक व अन्य नेताओं के सपा में आने व मऊ में बड़ी रैली के जरिए भाजपा का पूर्वांचल व पश्चिम में घुसने का रास्ता बंद कर दिया गया है। सपा कद्दावर लोगों को ही टिकट देगी।