बेंगलुरु। सुल्तान जोहोर कप में कांस्य पदक जीतने के बाद पीआर श्रीजेश की कोचिंग वाली भारतीय टीम जूनियर एशिया कप हॉकी के खिताब का बचाव करने के लिए शुक्रवार को मस्कट रवाना हुई। भारत अब तक 2004, 2008, 2015 और 2023 में खिताब जीतकर टूर्नामेंट में सबसे सफल टीम है। पिछले साल चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को 2-1 से हराकर रिकॉर्ड चौथी बार खिताब जीतने वाली भारतीय टीम की नजर इस बार खिताबी पंच लगाने पर होगी। मंगलवार से शुरू हो रहे टूर्नामेंट में भारतीय टीम पूल ए में अपने अभियान की शुरुआत 27 नवंबर को थाईलैंड के खिलाफ करेगी। टीम फिर 28 नवंबर को जापान और 30 नवंबर को चीनी ताइपे से भिड़ेगी। भारत का आखिरी ग्रुप चरण मैच एक दिसंबर को कोरिया से होगा। पूल बी में पाकिस्तान, मलेशिया, बांग्लादेश, ओमान और चीन शामिल हैं। कप्तान आमिर अली ने कहा कि टीम ने अच्छी तैयारी की है और उन्हें फाइनल में पहुंचने का भरोसा है। अली ने हॉकी इंडिया की विज्ञप्ति में कहा, हम चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हैं। सभी इस टूर्नामेंट की महत्ता और बड़े मंच पर अपने कौशल का प्रदर्शन करने के मौके को अच्छी तरह समझते हैं। हमारा ध्यान पहले मैच से ही सर्वश्रेष्ठ करने और फाइनल में जगह बनाने पर है। भारत के दिग्गज गोलकीपर श्रीजेश के लिए कोच के तौर पर यह दूसरा टूर्नामेंट होगा। उन्होंने सुल्तान जोहोर कप में कांस्य पदक जीत कर अपने कार्यकाल की अच्छी शुरुआत की। इसमें टीम ने न्यूजीलैंड को रोमांचक शूटआउट में 2-2 (3-2) से हराया।