जॉर्जटाउन। गयाना और डोमिनिका ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजा। यह सम्मान कोविड-19 महामारी के दौरान दोनों कैरेबियाई राष्ट्रों को दी गई मदद और द्विपक्षीय संबंध मजबूत करने के उनके प्रयासों के लिए दिया गया। प्रधानमंत्री अपनी तीन देशों की यात्रा के अंतिम चरण में गयाना में हैं। उन्हें बुधवार को गयाना के राष्ट्रपति इरफान अली ने ‘ऑर्डर ऑफ एक्सीलेंस’ से सम्मानित किया। इससे पहले प्रधानमंत्री को बुधवार को भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन के दौरान डोमिनिका की राष्ट्रपति सिल्वेनी बर्टन ने ‘डोमिनिका अवार्ड ऑफ ऑनर’ प्रदान किया। विदेश मंत्रालय के अनुसार मोदी गयाना के सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित होने वाले चौथे विदेशी नेता हैं। बारबाडोस भी प्रधानमंत्री मोदी को अपना सर्वोच्च सम्मान प्रदान करेगा। यह पुरस्कार 30 नवंबर को बारबाडोस में प्रदान किया जाएगा। इसके साथ ही मोदी को प्रदान किए गए अंतरराष्ट्रीय सम्मानों की संख्या 19 हो जाएगी। डोमिनिका ने कुछ दिन पहले ही मोदी को अपना सर्वोच्च सम्मान देने की घोषणा की थी। प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि मुझे गयाना का सर्वोच्च सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ एक्सीलेंस’ प्रदान करने के लिए राष्ट्रपति अली का हार्दिक धन्यवाद। यह भारत के 140 करोड़ लोगों के लिए है। मोदी ने पुरस्कार स्वीकार करते हुए कहा कि यह हमारे संबंधों के प्रति आपकी गहरी प्रतिबद्धता का जीवंत प्रमाण है जो हमें हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता रहेगा। मोदी ने एक अन्य पोस्ट में कहा कि डोमिनिका का सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किए जाने पर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैं इसे भारत के 140 करोड़ लोगों को समर्पित करता हूं। यह सम्मान भारत की मेरी बहनों और भाइयों को समर्पित है। यह हमारे देशों के बीच अटूट संबंधों को भी प्रदर्शित करता है। डोमिनिका के प्रधानमंत्री रूजवेल्ट स्केरिट ने कहा कि यह सम्मान एक प्रतीक से कहीं अधिक है। यह नेतृत्व की प्रधानमंत्री मोदी की स्थायी विरासत, मानवता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता तथा सीमाओं से परे हमारे देश सहित अन्य देशों पर उनके द्वारा छोड़ी गई अमिट छाप को सम्मानित करने के लिए है। वहीं स्केरिट के पोस्ट के उत्तर में मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री स्केरिट, आपकी बातों से अभिभूत हूं। आपने कोविड-19 के दौरान मिले सहयोग के बारे में बात की। यह देखकर मेरा दिल खुशी से भर गया कि कैसे कोविड-19 के दौरान हमारी एकजुटता ने सीमाओं और महाद्वीपों के पार संबंधों को मजबूत किया। हम आने वाले समय में डोमिनिका के साथ मिलकर काम करते रहेंगे। बता दें कि 2021 में कोविड-19 महामारी के वक्त भारत ने डोमिनिका के लोगों के लिए एस्ट्राजेनेका के 70,000 टीके भेजे थे।