नई दिल्ली। जम्मू- कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने मंगलवार को 28 लोगों की गोली मारकर निर्मम हत्या कर दी। इसमें एक यूएई और एक नेपाल का पर्यटक है जबकि दो स्थानीय लोग हैं। हमले में कई पर्यटक घायल हैं। हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शाम को श्रीनगर पहुंच गए। प्रधानमंत्री मोदी भी सऊदी अरब दौरा बीच में छोड़कर वापस लौट रहे हैं। प्रधानमंत्री रात्रि भोज में भी शामिल नहीं हुए। गृहमंत्री ने कहा है कि हमलावरों को बख्शा नहीं जाएगा। गृह मंत्री बुधवार को पहलगाम का दौरा कर सकते हैं।
आतंकी हमले को लेकर एक उच्च अधिकारी ने बताया कि दोपहर में हथियारों से लैस आतंकी रिजॉर्ट टाउन पहलगाम से छह किलोमीटर दूर घास के मैदान मिनी स्विट्जरलैंड बैसरन पहुंचे। इसके बाद वहां खाना खा रहे, घूम रहे, टट्टू की सवारी कर रहे और मैदान में पिकनिक मना रहे पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। हमले की शिकार एक महिला ने बताया कि दोपहर करीब डेढ़ बजे आतंकियों के एक समूह ने हमला किया। आतंकियों ने नाम पूछ-पूछकर गोली मारी। बेबस और लाचार लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। घटना के तुरंत बाद सुरक्षाबलों ने मोर्चा संभाल लिया। घायलों को खच्चरों से अस्पताल पहुंचाया गया बाद में हेलीकॉप्टर भी लगाया गया। सेना और राष्ट्रीय राइफल्स की टुकड़ी ने आतंकियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। हमले की खबर फैलने के बाद पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने हमले की जिम्मेदारी ली है। वर्ष 2019 के बाद ये सबसे घातक हमला है। मालूम हो कि अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू हो रही है। यात्रा का 48 किलोमीटर रास्ता पहलगाम से होते हुए गुजरता है। इस हमले में मारे गए 28 लोगों में से 22 की पहचान हो गई है।
आतंकी हमले में भारतीय नौसेना के 26 वर्षीय अधिकारी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की भी मौत हो गई। वे हरियाणा के रहने वाले थे। इसी तरह बिहार के रहने वाले हैदराबाद में तैनात खुफिया विभाग के सेक्शन अफसर मनीष रंजन को भी आतंकियों ने मार दिया। वे पत्नी और दो बच्चों के साथ पहलगाम घूमने गए थे। आतंकी हमले में कानुपर के पर्यटक शुभम द्विवेदी की मौत हो गई। महाराष्ट्र सरकार ने बताया कि हमले में महाराष्ट्र के दिलीप दिस्ले और अतुल मोने की मौत हुई है। कर्नाटक सरकार ने बताया कि के शिवमोगा के विजयनगर के रहने वाले व्यापारी मंजूनाथ और एक अन्य नागरिक भरत भूषण को आतंकियों ने मार दिया। आतंकियों ने उनकी पत्नी और तीन साल के बच्चे को छोड़ दिया। हमले में छत्तीसगढ़ के दिनेश मिरानिया की मौत हो गई। पुणे के दो और छत्तीसगढ़ का एक व्यक्ति घायल है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट और पीड़ितों के अनुसार पर्यटकों को मारने वाले आतंकी सेना और पुलिस की वर्दी में आए थे। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि आतंकियों ने कई लोगों से उनका पहचान पत्र मांगा और उसको देखने के बाद उनको गोली मार दी। प्रत्यक्षदशिर्यों ने बताया कि लोग जब भागने लगे तो आतंकियों ने दौड़ा-दौड़ा कर मारना शुरू कर दिया। लोगों को मारने के बाद आतंकी ये भी देख रहे थे कि लोग मरे हैं या नहीं। प्रधानमंत्री मोदी जैसे ही जेद्दा पहुंचे वैसे ही हमले की बात सामने आई। इसके बाद गृह मंत्री अमित शाह ने फोन पर प्रधानमंत्री को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। इसके बाद प्रधानमंत्री ने उन्हें तत्काल मौके पर पहुंचने का निर्देश दिया।
